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पुस्तक का नाम:- भारत गांधी के बाद दुनिया के विशालतम लोकतंत्र का इतिहास

लेखक:- रामचंद्र गुहा
अनुवादक:- सुशांत झा
प्रकाशक:- Penguin Books
प्रकाशन वर्ष:- 2014
ISBN:-9780143068440
मूल्य:- 399
पृष्ठ:- 525
भाषा:- हिंदी
उपयोगी:- Modern History(Post Independence), Govt.Job Exams, UPSC(इतिहास वैकल्पिक)
India after gandhi by ramchandra guha
india after gandhi by ramchandra guha
लेखक परिचय:-
लेखक ने कोलकाता व दिल्ली में अपनी पढ़ाई पूरी की। इन्होंने विविध विषयों पर अपनी कलम चलाई जिसमे पर्यावरणवाद का वैश्विक इतिहास, एक मानवशास्त्री-आंदोलनकारी की जीवनी, भारतीय क्रिकेट का सामाजिक इतिहास व हिमालयी किसानों का सामाजिक इतिहास आदि शामिल है। इनके पुस्तको को UK क्रिकेट सोसाइटी लिटरेरी अवार्ड व अमेरिकन सोसाइटी ऑफ एन्विरोमेंटल हिस्ट्री का लियोपार्ड-हिडी प्राइज शामिल है।
भारत गाँधी के बाद रामचंद्र गुहा
पुस्तक के बारे में:-
ये पुस्तक मुख्य रूप से आज़ादी के बाद के इतिहास से संबंधित है। पुस्तक की शुरुआत भारत के विभाजन व आज़ादी से शुरू होती है। इसमें उसके बाद से जुड़े सभी विषयों के बारे में जैसे विभाजन,रजवाड़ो का राष्ट्रीयकरण,संविधान निर्माण, दलित,हिन्दू-मुस्लिम, शरणार्थी, भाषा एवं अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बारे में विस्तार से बताया गया है। ये पुस्तक तीन भागों में विभाजित है।
भारत गाँधी के बाद book review in hindi
विषय सूची:-
भाग एक
1.आज़ादी व राष्ट्रपिता की हत्या
2.विभाजन का तर्क
3.टोकरी में सेब
4.एक रक्तरंजित हसीन वादी
5.शरणार्थी समस्या और गणराज्य
6.एक नए भारत की परिकल्पना
भाग दो
7.इतिहास का सबसे बड़ा दाव
8.राष्ट्र व विश्व
9.देश का पुनर्गठन
10.प्रकृति पर विजय
11.कानून व इसके निर्माता
12.कश्मीर की रक्षा
13.आदिवासी समस्या
भाग तीन
14.दक्षिण से चुनौती
15.पराजय का अनुभव
16.शांति का प्रयास
17.अल्पसंख्यक व दलित
Bhaarat gandhi ke baad book review
विश्लेषण:-
1.पुस्तक का आकार छोटा है परंतु पुस्तक मोटी है।
2.इसमे सरल भाषा का प्रयोग किया गया हैं।
3.पुस्तक B/W(Black & White) संस्करण में है।
4.छपाई की गुणवत्ता ज़्यादा अच्छी है।
5.पृष्ठों की गुणवत्ता भी ज़्यादा अच्छी है।
6.शब्दो का आकार सही है, पठनीय है।
7.पुस्तक में मानचित्रों व चित्रो का बहुत कम प्रयोग किया गया है।
8.पुस्तक को कहानिबद्ध तरीके से लिखा गया है। प्रत्येक अध्याय की शुरुआत एक विषय से की गई है और बाद में उसके बारे में विस्तार से चर्चा की गई है।
9.पुस्तक में उपविषय नही दिए गए है।
10.इसमे अध्याय के अंत मे प्रश्नों को भी नही दिया गया हैं।
Bharat gandhi ke baad in hindi
निष्कर्ष:-
ये पुस्तक आज़ादी के बाद के इतिहास को जानने के लिए एक अच्छी पुस्तक है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थी अगर आज़ादी के बाद के भारत को विस्तार से पढ़ना चाहते है तो वो इस पुस्तक की सहायता ले सकते है। अन्य पाठक जो इतिहास विषय मे रुचि रखते है उन्हें भी ये पुस्तक पढ़नी चाहिए। अतः ये पुस्तक अच्छी पुस्तको की श्रेणी में आती है।
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